अनूपपुर। मध्य प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले किसानों के लिए ऋण पर ब्याज माफी की घोषणा की थी। इस घोषणा के तहत सभी किसानों से ब्याज माफी के लिए फार्म भरवाए गए थे। कई किसानों को इसका लाभ भी मिला, लेकिन अनूपपुर जिले के किसान जिनका निधन हो चुका है, उनके परिवारों को अभी तक इस योजना का लाभ नहीं मिला है। आखिर इन किसानों के साथ दोहरा व्यवहार क्यों? जब भी इन मृतक किसानों के परिवार जब बैंक में ऋण जमा करने जाते हैं, तो उन्हें मूल ऋण के साथ बढ़ा हुआ ब्याज भी जमा करने को कहा जाता है, जो अब मूल राशि के बराबर या फिर अधिक हो चुका है। इससे परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ रहा है।इस मुद्दे पर भगवा पार्टी के जिलाध्यक्ष कमलेश द्विवेदी ने शासन-प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा, "यह किसानों के साथ अन्याय है। यदि सरकार ने चुनाव से पहले किसानों को राहत देने की घोषणा की थी, तो मृतक किसानों के परिवारों को भी इसका लाभ मिलना चाहिए। हम मांग करते हैं कि इन सभी किसानों के मूल ऋण पर ब्याज माफ किया जाए, ताकि उनके परिवारों को राहत मिल सके।" परिवारों का कहना है कि वे पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में ब्याज के रूप में भारी रकम चुकाना उनके लिए असंभव है। अगर जल्द ही कोई राहत नहीं मिली, तो उनकी आर्थिक स्थिति और भी खराब हो सकती है।
मृतक किसानों के ऋण पर नहीं हुई ब्याज माफी, परिवारों पर कर्ज का बोझ बढ़ा, भगवा जिला अध्यक्ष ने शासन-प्रशासन से की तत्काल राहत की मांग