माध्यमिक विद्यालयों में  शिक्षकों के पद रिक्त

म प | नवीन शिक्षा सत्र शुरू हुए एक माह हो गया है लेकिन अब भी शिक्षकों के पद रिक्त है। जिनकी खानापूर्ति अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर की जा रही है। खास बात ये हैं कि माध्यमिक शालाओं में हिंदी, विज्ञान और संस्कृत विषयों के लिए अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित नहीं किया जा रहा। दूसरी तरफ अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और गणित विषय के अतिथि शिक्षकों को बुलवाया जा रहा है। जिन विषयों के विशेषज्ञ नहीं है तो उनकी पढ़ाई कैसे हो। यही कारण है कि इसका असर बच्चों के परिणाम पर पड़ रहा है। ब्लॉक के 97 माध्यमिक स्कूल में अतिथि शिक्षकों को लेकर संकुल स्तर पर भर्ती की जा रही है। अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान के 78 शिक्षकों के पद खाली है। माध्यमिक स्तर पर हिंदी, विज्ञान और संस्कृत विषय के लिए अतिथि नहीं रखे जा रहे हैं। स्कूल प्रभारी के लिए अध्यापन किससे कराया जाaए ये मुसीबत हैं। हालांकि अभी इसकी टेम्परेरी व्यवस्था की है। याने जो शिक्षक गणित पढ़ा रहे हैं वो विज्ञान, सामाजिक विज्ञान का शिक्षक हिंदी पढ़ा रहे हैं लेकिन संस्कृत के शिक्षक के लिए किताब ही काफी है याने किताबें में जो लिखा है वो बच्चों को पढ़ाना है। इसके लिए कोई विशेषज्ञ शिक्षक नहीं रखे जा रहे हैं। 







सका नतीजा है कि बच्चों को संबंधित विषय के शिक्षकों द्वारा पढ़ाई नहीं करवाई जाती और इसका परिणाम बच्चों के मार्कस पर पड़ता है। हर बार दसवीं और बारहवीं के परिणाम कमजोर रहते हैं। ऐसे में विषय के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से इस बार भी हिंदी, विज्ञान और संस्कृत में बच्चों के परिणाम कमजोर हो सकते हैं। 

एक शाला एक परिसर से भी हो रही खानापूर्ति 

शिक्षकों की कमी से जूझ रहे शिक्षा विभाग में फिलहाल एक शाला एक परिसर के तहत कई प्रावि, मावि, हाईस्कूल स्कूल मर्ज हो चुके हैं। इसका एक फायदा हुआ कि परिसर एक होने से जो शिक्षक हाईस्कूल में पढ़ाते हैं वो मिडिल में पढ़ा सकते हैं। शिक्षकों की समस्या हल हुई है लेकिन खत्म नहीं। मिडिल में गणित, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान सब्जेक्ट के लिए शिक्षक रखे जाने के निर्देश मिले हैं। अन्य विषयों के लिए अतिथि शिक्षक रखने के निर्देश नहीं हैं। ऐसे में जो शिक्षक है उन्हीं से काम चलाया जा रहा है। 


सिर्फ तीन विषयों के लिए ही आएगा वेतन 

शासन के निर्देशानुसार तीन विषय याने गणित, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान के लिए अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है और इन्हीं का वेतन निकल सकेगा। यदि स्कूल में अन्य विषयों के शिक्षक रखे जाते है तो अन्य विषयों के शिक्षकों का वेतन नहीं निकल सकेगा। 


शासन के आदेश से ही अतिथि शिक्षक रख रहे हंै 

बीईओ जी.एल. आर्य ने बताया माध्यमिक शालाओं में शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में सूचना पोर्टल पर डली है। सिर्फ गणित, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान के अतिथि शिक्षक ही रखे जा रहे हैं। हिंदी, संस्कृत व विज्ञान के लिए अतिथि शिक्षकों के रखे जाने के निर्देश कुछ हो सकता है। 







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