आदित्य सिंह :-
अनूपपुर /वेंकटनगर।कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सूबे के तमाम आला अधिकारियों से संवाद किया. इसी दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उत्पन्न होने वाली स्थिति और इससे प्रभावित वर्गों मज़दूरों के लिए हर संभव सहायता के लिए निर्देश दिए थे ,उसी कड़ी में आज फिर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से पैदल चलकर भूखे-प्यासे 40 प्रवासी मजदूर अनूपपुर की सीमा में पहुंचे। जहां भूख और प्यास से तड़पते हुए उन्होने जिला अनूपपुर के जनपद जैतहरी अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया पहुंचे। जहां भूख और थकान से परेशान सभी प्रवासी मजदूर ने थकहार कर ग्राम पंचायत में ही रूककर ग्रामीणो से मदद मांगी। जहां ग्रामीणो ने पुलिस को फोन कर सभी 40 प्रवासी मजदूरों के संबंध में जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी वीरेंद्र तिवारी और समाज सेवी ओर पत्रकार आदित्य सिंह ने मौके पर पहुंच कर सभी 40 प्रवासी मजदूरों से चर्चा कर उनके संबंध में पूछा गया। जहां सभी प्रवासी मजदूरों ने बताया की वे छत्तीसगढ़ प्रदेश के रायगढ़ में कार्य करने गए हुए थे। जहां लाॅकडाउन के बाद काम धंधा बंद हो जाने तथा उनके पास रहने की कोई व्यवस्था नही होने पर सभी मजदूर कोरबा एवं मरवाही थाना क्षेत्र होते हुए अनूपपुर जिला पहुंचे है। वहीं 40 प्रवासी मजदूरों में 9 मजदूर उमरिया, 2 मजदूर शहडोल एवं 29 मजदूर अनूपपुर जिला के रामपुर खांडा के बताए जा रहे है। जिसके बाद वेंकटनगर चैकी प्रभारी विरेंन्द्र तिवारी ने तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। जहां सूचना मिलते ही सीईओ जैतहरी भी मौके पर पहुंचे और सभी 40 प्रवासी मजदूरों का मेडिकल परीक्षण कराया गया। जिसके बाद सभी प्रवासी मजदूरों को ग्राम पंचायत उमरिया सहित ग्रामीणों के सहयोग से भोजन करवाए जाने हेतु उन्हे विद्यालय लहसुना में रूकवाया गया तथा उनके गृह जिला तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था कराई जा रही है।