सेंधवा (बड़वानी) | वरला तहसील के बाखर्ली गांव की 2.5 वर्षीय एनिमिक बालिका की सिविल अस्पताल में खून चढ़ाने के 24 घंटे बाद मौत हो गई। पीएम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। परिजन का आरोप है कि गलत तरीके से खून चढ़ाने के कारण बालिका की मौत हो गई।
उन्होंने एसडीएम को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। बाखर्ली के चतरसिंह डावर ने कहा, उसके भाई सुनील की बेटी वैशाली (2.5) की गांव में दस्तक अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता ने जांच कर कहा था कि सिविल अस्पताल सेंधवा में खून चढ़ाना होगा। बुधवार सुबह आशा कार्यकर्ता वैशाली और उसकी मां को लेकर अस्पताल पहुंची। रात 9 बजे नर्स ने खून चढ़ाना शुरू किया। आधे घंटे बाद वैशाली को उल्टी-दस्त होने लगे। नर्स ने खून चढ़ाना बंद किया। फिर डॉक्टर ने वैशाली को इंजेक्शन लगाकर डिस्चार्ज कर दिया। रात उसकी मौत हो गई है।