उमरिया। बांधवगढ़ की सबसे उम्रदराज बाघिन का खिताब हासिल करने वाली बाघिन टी-23 ने बुधवार की शाम अंतिम सांसे ली। प्रबंधन के मुताबिक रूटीन चैकअप के बाद वन्य जीव चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता एवं स्टाफ अपने अन्य कार्यों में व्यस्त थे, उसी दौरान बाघिन मौत हुई है। देर रात बाघिन की अवस्था में कोई परिवर्तन न होता देख कर्मचारियों ने बाघिन के मौत की खबर प्रबंधन को दी।बंधन के रिकार्ड के मुताबिक बाघिन T23 का जन्म वर्ष 2002 में हुआ था और बांधवंगढ़ में पर्यटकों के बीच यह काफी प्रसिद्ध बाघिन थी। तीन बार के प्रजनन में इसने पार्क को 9 बाघ दिए हैं जो आज बांधवंगढ़ में अपनी शोभा बढ़ा रहे हैं। बाघिन को मार्च महीने में टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने धमोखर रेंज के दुब्बार बीट से रेस्क्यू कर घायल अवस्था में बठान इनक्लोजर में रखा था।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत