भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हो रही जद्दोजहद को लेकर पार्टी नेता उलझन में फंसे हुए है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस मामले में दो बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिल चुके हैं. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर पार्टी कई गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है अब वरिष्ठ विधायक बिसाहूलाल सिंह ने फिर दावेदारी ठोंक दी है। सिंह ने कहा कि वैसे तो पीसीसी अध्यक्ष का फैसला हाईकमान को लेना है लेकिन वे प्रदेश में सबसे वरिष्ठ आदिवासी विधायक हैं तो वे भी अध्यक्ष बन सकते हैं। वहीं, उनके इस दावे पर कमलनाथ सरकार के मंत्री बिजेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि कांग्रेस में वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं की कमी नहीं है, जल्द ही इनमें से कोई भी पीसीसी अध्यक्ष बनाया जाएगा।मध्यप्रदेश में करीब सालभर से कांग्रेस संगठन में अध्यक्ष की कमी खल रही है। पूर्णकालिक पीसीसी अध्यक्ष नहीं होने से संगठन की बैठकों में नेताओं द्वारा संगठन पर सवाल उठाए जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पीसीसी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री की दोहरी भूमिका निभाने में असमर्थता जता चुके थे। इससे पीसीसी अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आए दिन चर्चाएं होने लगी थीं और पार्टी के आदिवासी नेताओं से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह आदि के नाम सुर्खियां बटोरते रहे हैं। अब एक वरिष्ठ आदिवासी विधायक बिसाहूलाल सिंह भी एक बार फिर खुलकर सामने गए हैं।बिसाहूलाल सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि वे वरिष्ठ विधायक हैं। भाजपा-कांग्रेस के कई मौजूदा विधायकों से भी सीनियर हूं। आदिवासी विधायक हूं। मैं भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बन सकता हूं। मगर उन्होंने यह भी कहा कि पीसीसी अध्यक्ष का फैसला हाईकमान ही करता है। अगर हाईकमान उन्हें पीसीसी अध्यक्ष बनाता है तो उसे स्वीकार करेंगे और उसे बखूबी निभाने की कोशिश करेंगे।
बिसाहूलाल ने फिर ठोंका मप्र कांग्रेस अध्यक्ष दावा ,बोले की प्रदेश में सबसे वरिष्ठ विधायक मै