जबरन घर खाली करवाने पर मामला पंजीबद्ध


महिला से जबरन घर खाली करवाने पर सिंधी समाज के ८ लोगो सहित अन्य पर मामला पंजीबद्ध गुरूद्वारा की सेविकादार को समाज ने दिया था घर, मृत्यु के पश्चात बेटियो ने किया था कब्जा
कोतमा/अनूपपुर । सिंधी समाज द्वारा गुरूद्वारा परिसर पर घर पर अवैध कब्जा कर उसे खाली नही किए जाने के मामले में २३ नवम्बर की रात सिंधी समाज द्वारा जबरन घर खाली कर दिया, जहां घर में निवासी करने वाली दो महिलाओं ने थाने पहुंच शिकायत दर्ज करवाई। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने उक्त घर को सील कर दिया गया। जानकारी के अनुसार गुरूद्वारा परिसर पर बने घर को सिंधी समाज द्वारा गुरूद्वारा की सेविका को अस्थाई रूप से रहने के लिए दिया था। जहां सेविकादार की मृत्यु के पश्चात उनकी दो बेटियों ने उक्त घर में अवैध तरीके से कब्जा कर रहने लगी। जिस पर कई बार सिंधी समाज द्वारा महिलाओं से बातचीत कर घर खाली कर समाज को सौंपने की बात कही, लेकिन महिलाओं ने समाज की बातों को अनसुना कर घर खाली करने से साफ  इंकार कर दिया, जिसके बाद समाज के लोगो ने मिलकर 23 नवम्बर को उक्त घर से महिलाओं का सामान बाहर निकाल दिया। गुरूद्वारा परिसर में स्थित घर को जबरन खाली करवाए जाने की शिकायत कमलादावानी पति स्व. नारायण दास दासवानी निवासी जिला उमरिया वर्तमान पता वार्ड क्रमांक ३ द्वारा 23 नवम्बर को कोतमा थाने में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताई की मैं अपनी मॉ नानकी देवी की मृत्यु के बाद से यहां रह रही हूॅ, जहां मेरे मकान के बगल में गुरूद्वारा बना है और मेरी मां गुरूद्वारा में सेवादार का काम करती थी इसी बात को लेकर सिंधी समाज के कुछ लोगो द्वारा मुझे मेरे माकान से बाहर निकाल दिया। शिकायत में उसने बताया की शाम लगभग ६.३० बजे मै अपनी मॉ की पुण्य तिथि पर अपनी बहन एवं मोहल्ले की 5-6 महिलाओं के साथ रामायण का पाठ कर रही थी, तभी अचानक मेरे घर में कुछ लोग अंदर घुस आए और मेरे ऊपर हमला कर मुझे घर से बाहर निकालने लगे, जिससे मेरा घरेलू सामान भी टूट गया है। शिकायत पर पुलिस ने सिंधी समाज के 8 लोगो सहित अन्य के विरूद्ध धारा 147, 149, 452, 506, 427 का मामला पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना मे लिया है।     हंगामा की आशंका पर पुलिस एवं प्रशासन मौके पर
घर को खाली करवाए जाने का मामला तूल पकडने पर पुलिस तथा प्रशासन हरकत में आया और स्थानीय प्रशासन सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गई। जहां एसडीएम कोतमा अमन मिश्रा, तहसीलदार पंकज नयन तिवारी, एसडीओपी एनके प्रसाद तथा कोतमा थाना निरीक्षक आरके वैश्य द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों को समझाईश दी गई। जिसके बाद समझौता स्वरूप घर से बाहर निकाला गया सामान महिला के सुपुर्द करते हुए घर को सील कर दिया गया। जानकारी के अनुसार उक्त महिला की मॉ कई वर्षो से गुरुद्वारा परिसर की देखरेख का कार्य करती थी और उसी घर पर रह रही थी। मॉ की मृत्यु के बाद महिला उस घर में रहने आई तथा घर पर कब्जा कर उसे बेचने की फिराक में थी। समाज के लोगो ने बताया की उक्त घर सिंधी समाज का है, जिसकी देखरेख समाज द्वारा की जाती है। 
इनका कहना है
मामला न्यायालय में लंबित हैं, घर को विवादित होने के कारण सील कर दिया गया है। 
पंकज नयन तिवारी, तहसीलदार कोतमा


पीडित महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है।
आर.के. बैस, थाना निरीक्षक कोतमा


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