कोरोना ने बढ़ाई किसानों की चिंता ,लॉकडाउन ज्यादा दिन तक चला तो हो सकती है फसल बर्बाद ,,,, चैतन्य

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चैतन्य मिश्रा :-


अनूपपुर /कोरोना वैश्रि्वक महामारी के खिलाफ निर्णायक जंग के लिए 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर अमल में अब पूरा भारत जुट गया है। यूं तो सभी स्वागत कर रहे हैं, मगर मप्र के किसान खेतों में खड़ी फसल को लेकर  चिंतित हैं, इस समय जिले के साथ साथ पूरे मध्य प्रदेश के खेतों में ये फसलें लहलहा रही हैं,और  कटाई की तैयारी चल रही थी,लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया के अन्य देशों के साथ हमारे देश में भी संकट बढ़ा दिया है। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया है, जिससे किसानों का खेतों तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा और फसल की कटाई संभव नहीं होगी। अगर समय से कटाई और भंडारण नहीं हुआ तो उनका जीवन मुश्किल भरा हो जाएगा। किसानों द्वारा सरकार से मांग की जा रही है कि इन हालातों में किसानों के लिए खास रियायत दी जाए।आमतौर पर गेहूं, सहित रबी फसलों की कटाई का समय मार्च और अप्रैल में होता है।जहां कुछ जगह फसल की कटाई हो चुकी है, वहां किसानों की सारी मेहनत और लागत इस समय खेतों में खुली पड़ी है, साथ ही खेतों में खड़ी फसल को बेमौसम बारिश और जानवरों से खतरा होने की आशंका है इस लॉकडाउन के चलते किसानों का खेत पर जाना मुश्किल हो जाएगा और इससे अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने के साथ ही विषम परिस्थितियां निर्मित होने का खतरा बना रहेगा। इसके अलावा अनाज का सही भंडारण नहीं हो पाएगा, अगर किसानों और खेती को लेकर कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई तो भविष्य में हालात और भी गंभीर हो सकते हैं क्योंकि अगर यह कोरोना की महामारी लंबे समय तक चली तो भुखमरी के हालात भी पैदा हो सकते हैं।


 


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