एक ओर जहां पूरा भारत वर्ष कोरोना वायरस नामक घातक बीमारी से ग्रसित है व मध्यप्रदेश में भी इस महामारी ने अपने पैर जमा लिए है वहीं इसके बचाव के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा पूरे भारतवर्ष को लॉकडाउन किया गया है व सिर्फ एसईसीएल की खदानों सहित मोजर बेयर पवार प्लांट जैतहरी, अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई, सोडा फैक्टरी अमलाई को सोशल डिस्टेंस का पालन करने के साथ ही स्वच्छता का भी ध्यान रखते हुए कार्य को संचालित करने के लिए परमिशन दी गई थी।
प्रबंधक ने की प्रधानमंत्री के आदेशों की अवहेलना
अनूपपुर कलेक्टर महोदय द्वारा कोरोना जैसी महामारी से छुटकारा पाने के लिए नए-नए विकल्प ढूंढे जा रहे हैं व बार-बार क्षेत्र की जनता से आग्रह कर रहे हैं कि हम सिर्फ और सिर्फ सुरक्षा की दृष्टि से ही इस महामारी से निजात पा सकते हैं लेकिन वही कपिलधारा एसईसीएल में प्रबंधक द्वारा लापरवाही पूर्वक कार्य को कराया जा रहा है जिससे कि देखा जाता है कि ड्यूटी पर आ रहे जनरल मजदूरो द्वारा अक्सर साथ में ही बैठकर जमावड़ा लगाए रहते हैं।
जबकि संपूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की बनती है कि मजदूरों को सेनेटाइजर,मास्क, हैंड गलप्स की ब्यवस्था उपलब्ध कराने के साथ ही सोसल डिस्टेंस बना कर कार्य करने की जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
मजदूरों ने सुनाया अपना दर्द
छत्तीसगढ़ राज्य के चिरमिरी से मध्यप्रदेश राज्य के कपिलधारा खादान कार्य करने आ रहे शालिकराम केवट जो कार्ड बेल्ट आपरेट के पद पर कार्यरत हैं जिनकी बेटी कर्नाटक से कुछ दिन पहले ही आई थी जिसकी जाँच चिरमिरी सेंट्रल हॉस्पिटल में किया गया व शालिकराम की बेटी को क्वॉरेंटीन में रखने के लिए डॉक्टर द्वारा बोला गया था। होम क्वॉरेंटीन किए गए लोगों में विदेशों अथवा अन्य राज्यों से आने वाले तथा कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोग शामिल हैं। क्वॉरेंटीन किए गए लोगों से क्वॉरेंटाईन अवधि तक नियमों का कड़ाई से पालन करने की अपील की गई है। जिसके लिए डॉक्टर द्वारा शालिकराम को 28 दिनों तक छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश ड्यूटी जाने के लिए रोक लगाई गई थी। ऐसे लोगों से अपने परिजनों, इष्ट मित्रों तथा जान पहचान के लोगों से दूरी बनाए रखने को कहा गया है लेकिन शालिकराम सभी नियमों को दरकिनार करते हुए ड्यूटी पर उपस्थित होते रहे हैं।
वही सीएमडी ऑफिस बिलासपुर से कपिलधारा फोन लगाकर शालिकराम के बारे में जानकारी ली गई तो उन्हें पता चला कि शालिकराम लगातार ड्यूटी में कार्यरत है जिस पर तुरंत प्रशासन द्वारा तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचे और शालिकराम को कार्य से कुछ दिनों के लिए बैठाया गया है।
संकट की घड़ी में कालरी के नेताओं ने सधी चुप्पी
वहीं पर उपस्थित जब लोगों से जानकारी लेनी चाही तो कई लोग ने यह भी बोला कि हम लोग नेता है हम नही बोल सकते आप मैनेजर, सेफ्टी ऑफिसर, शिफ्ट इंचार्ज से जानकारी प्राप्त करें।
सेफ्टी इंचार्ज बी के रैकवार से पूछताछ करने पर उन्होंने जानकारी छुपाते हुए बोला कि हमे कोई जानकरी नही है।