अनूपपुर/जँहा एक ओर पूरा देश के समर्थन में एकजुट होकर खड़ा है, कोरोना से निपटने के लिये देशवासियों का यह अटूट संकल्प सरहनीय है, वही दूसरी ओर लॉकडाऊन से भूख की एक बड़ी समास्या आ खड़ी हुई है। जिले के पुष्पराजगड़ विकसखंड के लगभग 65 बैगा गावों निवासी लकड़ी बेचकर, दैनिक मजदूरी कर अपना जीवनयापन करते थे, किन्तु सभी प्रकार के काम स्थगित हो जाने के कारण इनका जीना बेहाल हो गया है। इस विपदा को देखते हुएश्री रामकृष्ण विवेकानन्द सेवाश्रम अमरकंटक, तथा उसकी सहयोगी संस्था प्रणाम नर्मदा युवा संघ गाँव गाँव जाकर जरूरतमंदो की मदद दिन-रात कर रहे हैं।
जनजातीय सेवा के क्षेत्र में विगत 25 वर्षो से प्रयासरत डॉ प्रबीर सरकार के मार्गदर्शन में अब तक 16 जनजातीय गावों के कुल 580 परिवारों को घर घर जाकर राहत सामग्री वितरण किया गया , संस्था द्वारा प्रत्येक परिवार को चावल, दाल, तेल, साबुन, नमक, सुखी व हरी सब्जियां आदि के मध्याम से सहयोग प्रदान किया जा रहा है।राहत व बचाव टीम विकास चंदेल के नृतत्व में सुबह 8 से रात्रि 10 बजे तक जन सेवा में कार्य कर रही है।टीम में विश्वविद्यालय के शोधर्थी हरि शंकर कुमार, दीपेन्द्र त्यागी, माखन सिंह, शिवेन्द्र सिंह, दिलीप मांझी अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।
लॉक डाउन के दौरान जनजातीय गाँवो में घर घर पहुंचा रहे राशन