चैतन्य मिश्रा
अनूपपुर /अनूपपुर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में पिछले सप्ताह कोविड-19 के मामलो में लगातार बृद्धि होती जा रही है जिसके वजह से स्थिति और भी भयावह हो सकती है.जिस कारण जन सामान्य में चिंता बढाती जा रही है ,अनूपपुर जिले में अब तक कुल 281 लोग संक्रमित हो चुके है जिसमे 123 संक्रमित स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किये जा चुके है वही 157 एक्टिव केस है,लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की वजह से अनूपपुर जिला प्रशासन ने अनूपपुर की सीमाओं को भी सील कर दिया है. लेकिन इसका असर कागजी आदेश तक सीमित देखने को मिल रहा है। कही भी जाँच चौकी देखने को नहीं मिल रही है भीड़ को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए जिला मुख्यालय में पुलिसकर्मी कहीं भी दिखाई नहीं पड़ते हैं लोग बेधड़क आवागमन कर रहे है यहां लोगों को न तो कोरोना वायरस के संक्रमण का डर है और न ही जिला पुलिस प्रशासन का ही। कॉविड -१९ से बचने के लिए जिले भर में डीएम की ओर से लोगों की सुविधा के लिए अनलॉक ३ के तहत आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया है।लेकिन लोगों की घोर लापरवाही से आए दिन कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। समाज में शारीरिक दूरी का पालना न करना और बगैर मास्क बाहर निकलने जैसी गलतियां कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा कर रही हैं।यह बात अकाट्य सत्य है की लोग ऐतिहात, सावधानी तभी अपनाएंगे जब जिला प्रशासन लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्ती बरतेंगे। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अनलॉक ३ जारी होने का मतलब जनसामान्य ने यह मान लिया है कि सब कुछ पहले जैसा ठीक हो गया है। लेकिन यह सच नहीं है परिणाम इसके ठीक उल्टा है,जो बढ़ते हुए कोविद १९ के संकर्मित मरीजों के रूप में सामने आ रही है यदि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सक्रियता का परिचय नहीं दिया गया और लापरवाही का यही दौर रहा तो शायद वे दिन दूर नहीं होंगे कि अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बेड कम पड़ जाएं।इससे बेहतर है कि सावधानी बरतते हुए इस महामारी को रोकने में हर व्यक्ति को अपना योगदान देना होगा ।