सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में कहते साफ नजर आ रहे कि अपने पर आया तो होगा तुम्हारा बहुत नुकसान, अवैध वसूली की रकम को लेकर ट्रक चालक,और आरटीओ आरक्षक की बात चीत मोबाइल के कैमरे में हुई कैद
अनूपपुर- जिले के अंतिम छोर पर संचालित आरटीओ चेक पोस्ट रामनगर व आमाडाण्ड के किस्से तो शहडोल संभाग सहित राजधनी के गलियारों तक पहुंच हो चुके हैं जिनमें हो रही अवैध वसूली की शिकायत तो कई बार वरिष्ठ अधिकारियों से भी की जा चुकी हैं लेकिन इतना होने के बाद भी चेक पोस्ट पर पदस्थ आरक्षक के द्वारा ट्रक चालक से अभद्रता व इसके पहले पत्रकार पर झूँठा मामला दर्ज करने का भी आरोप चेकपोस्ट स्टाफ पर लग चुका है।
2 विधायकों द्वारा परिवहन चेकपोस्ट रामनगर में पदस्थ महिला आरक्षक के खिलाफ परिवहन मंत्री से की गई थी शिकायत
पूर्व में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने व अनूपपुर जिला के तीनों विधानसभा की सीटों पर कांग्रेश के विधायक होने के बावजूद भी परिवहन चेकपोस्ट रामनगर में पदस्थ महिला आरक्षक व अनाधिकृत व्यक्ति लोकेन्द्र शर्मा के खिलाफ 2 विधायकों द्वारा परिवहन मंत्री को शिकायत पत्र देने के बाद ट्रांसफर हो हुआ लेकिन मध्यप्रदेश में पुनः भाजपा की सरकार बनने से महिला आरक्षक की पदस्थापना रामनगर चेक पोस्ट पर कर चेकपोस्ट की बाकडोर शौप दी गई हैं जिससे कि इनके हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते ही जा रहे हैं जो कि सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो के माध्यम से देखा जा सकता है कि आरक्षक रावेंद्र मिश्रा किस तरह वाहन चालकों से अभद्रता पूर्ण बातें करते हुए नजर आ रहे हैं इससे यह साफ जाहिर होता है कि इन्हे उच्च अधिकारियों का संरक्षण भी प्राप्त है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रही आरक्षक की वीडियो
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि आमांडांड चेक पोस्ट में पदस्थ आरक्षक रावेंद्र मिश्रा द्वारा ट्रक चालक को धमकाते नजर आ रहे वैसे वीडियो की वास्तविकता क्या है इसकी पुष्टि तो हम नही करते है।
वायरल विडियो में सुनाते है आखिर क्या था पूरा मामला
एक ओर जहां देश के प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कर रहे हैं तो वंही दूसरी ऒर परिवहन विभाग का आरक्षक प्रधानमंत्री जी के मंसूबो पर पानी फेरता नजर आ रहा जिसमें जिला मुख्यालय सहित संभागीय मुख्यालय के जिम्मेदार अधिकारी तमाशबीन बने हुए हैं यह कहना गलत नहीं होगा कि ट्रक चालकों से अवैध वसूली की जिम्मेदारी परिवहन अधिकारी द्वारा ही आरक्षक को दी गई हैं और हिस्सा अन्य बड़े अधिकारियों तक पहुचाया जा रहा हो काफी शिकायतों और चर्चा आरोप के बाद भी चेक पोस्ट पर पदस्थ आरक्षक व अनाधिकृत कर्मचारियों का टस से मस ना होना कंही न कंही वसूली के इस खेल के बड़े बंदरबांट की ओर संकेत कर रही है।
ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष रामजी मिश्रा द्वारा चेक पोस्ट के पदस्थ कर्मचारियों की हाल ही में रामनगर थाने में कि गई थी शिकायत
चेकपोस्ट में पदस्थ कर्मचारियों के ऊपर अध्यक्ष द्वारा गंभीर आरोप लगाए गए थे फिर भी अभी तक कोई जांच या कार्यवाही नहीं हो सकी है वायरल वीडियो में जंहा रावेंद्र मिश्रा द्वारा चालक को कहा जा रहा है कि ट्रक कंही और से ले जाओ साथ ही यह भी कहा जा रहा कि रामजी मिश्रा को बोलो मैडम से बात कर ले मैडम अगर बोलेगी तो गाड़ी को छोड़ दिया जाएगा। मैं अपनी पे आ जाऊंगा तो तुम्हारा बहुत नुकसान जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति आमाडाण्ड बर्तराई चेक पोस्ट में पदस्थ आरक्षक रावेंद्र मिश्रा का बताया जा रहा हैं।आरक्षक द्वारा ट्रक चालक /मालिक से तीखे बोल में कहते हैं "मैं अपने पर आ जाऊंगा तो तुम को बहुत नुकसान हो जाएगा" अब नुकसान ट्रक का होगा या ट्रक मालिक का कानूनी ढंग से होगा या गैरकानूनी ढंग से यह तो साहब ही जाने हालांकि भारतीय दंड विधान के अनुसार धमकी देना भी अपराध की श्रेणी में आता है पर शायद साहब को यह पता नहीं।
कुछ नही होगा अब तो चालान कटेगा
बात अगर सिर्फ चालान काटने की होती तो यह तो एक कानूनी प्रक्रिया है साहब वीडियो में यह कहते देखे जा रहे हैं कि अब कुछ नहीं होगा अब तो चालान कटेगा इसका सीधा-सीधा अर्थ यह निकाला जा सकता है की युवक ने यदि पहले ही साहब की डिमांड मान ली होती तो यह स्थिति ही निर्मित नहीं होती मामला ले देकर निपट जाता तो भी कानूनी तौर पर यह गलत होता या फिर गाड़ी ऐसे ही जाने दी जाती तो भी कानूनी तौर पर यह ड्यूटी सही ढंग से न करना माना जाता ।
साहब 25 मांग रहें हैं इतना कैसे हो पायेगा
बातचीत फिर आगे बढ़ती है तो युवक साहब से और साहब के बराबर में बैठे दूसरे व्यक्ति से विनती करते हुए बोलता है कि साहब 25 मांग रहे हैं हम देंगे तो ऐसी तैसी हो जाएगी लोकल की गाड़ी है थोड़ा देख लीजिए पर साहब है कि कुछ सुनने को तैयार ही नहीं तो युवक ने साहब के बराबर बैठे व्यक्ति से भी सिफारिश की अपील करते हुए बीच का रास्ता निकालने की बात कही कुछ अन्य बातों के बाद साहब की नजर वीडियो बनाते दूसरे युवक पर पड़ी तो साहब ने कैमरा बंद करा दिया और आगे क्या डील हुई यह गुत्थी अनसुलझी ही रह गई।
इनका कहना है
परिवहन मंत्री को शौपे गए शिकायत पत्र से महिला आरक्षक के प्रति कार्रवाई कर ट्रांसफर भी किया गया था लेकिन भाजपा की सरकार आने पर उन्हें पुनः पदस्थापना दे दी गई है।
सुनील सराफ
विधायक कोतमा