"मेरा आंदोलन सन 1992 से ही बाज़ार के खिलाफ जारी है " जनता के लिए ऐसी दुर्भावना? निंदनीय है:शेषनारायण राठौर

शेषनारायण राठौर

 किसी का अकारण विरोध मेरा उद्देश्य नही है लेकिन अपनी जन्मभूमि और नगर के अपने स्वजनों  के साथ  किये जा रहे दग़ा को कैसे सहें? विश्वास की प्रतिमा अब खंडित हो चुकी है इसलिए  सर झुकाकर, विनीत भाव से विप्लवी आचरण को सहन नही किया जा सकता बल्कि एक नयी और निर्विकार सोच को साकार रूप देने के लिए जनमानस सज्ज रहना होगा 

 नगर पालिका चुनाव 2021



अनूपपुर/ दिनांक 02/03/2021को "मैकल क्लब "द्वारा नगरपालिका परिषद के पूर्व चेयरमेन बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश द्विवेदी एवं भाजपा के अन्य नेताओं की उपस्थिति में बैटमिंटन प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ । यह अलग बात है कि इसी दिन  भाजपा देश भर में, मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व सांसद श्रीनंदकुमारजी चौहान  के असमय  निधन पर शौकसभा में अपने दिवंगत नेता को अश्रुपूरित श्रद्धा सुमन अर्पित कर रही थी  ।मैकल क्लब वही संस्था है जिसके सहयोग से पूर्व चेयर मैन द्विवेदी नगरपालिका में पुनः आसीन होने के लिए चुनावी रणनीति तय कर रहे हैं । बीजेपी द्वारा उन्हें टिकट न दिए जाने की स्तिथि में  द्विवेदी इसी संस्था के ध्वज तले निर्दलीय चुनाव लड़ने की ठान चुके हैं । चयनित वार्ड पार्षद उम्मीदवारों से चुनावी फण्ड भी एकत्र किया जा रहा है ।बीजेपी के खिलाफ द्विवेदी की यह खुली बगावत है,बीजेपी माने या न माने लेकिन पूर्व चेयर मैन एक खास रणनीति के तहत नगर की जनता को भी बाँट रहे हैं ।एक खुले मंच से बड़े गर्व के साथ उनका  यह कहना  कि -"मेरा आंदोलन सन 1992 से ही बाज़ार के खिलाफ जारी है "।इस नगर ने उन्हें पहचान दिया, बाज़ार की जनता ने उन्हें सम्मान दिया,उस जनता के लिए ऐसी दुर्भावना? निंदनीय है । अनूपपुर की राजनीतिक इतिहास का इससे अधिक विकृत रूप क्या हो सकता है!मात्र कुर्सी की लालच में नगरवासियों  के आपसी मधुर संबंधों को कटुता की आग में झोंक देना, सम्मान और विश्वास की निर्मम हत्या नही तो और क्या है?इस तरह का उन्मादी सोच न किसी व्यक्ति के हित में है, न किसी राजनीतिक दल के हित में है और न ही इस नगर के हित में है । श्रीमान द्विवेदी जी के बस्ती बाज़ार वाद के इस विषवमन पर बीजेपी के जिला पदाधिकारियों की चुप्पी भी  दुर्भाग्यपूर्ण है ।क्या हम आजतक कल्पबृक्ष की कल्पना में बबूल को पालते -पोषते रहे? नए शिरे से विचार करना ही  होगा !जहाँ एक ओर अनूपपुर जिला के निर्माता मध्यप्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री श्रीमान बिसाहूलाल जी एक बार पुनः अनूपपुर के विकास व समृद्धि के लिए भगीरथी  प्रयास कर रहे हैं वही दूसरी ओर पूर्व चेयरमैन द्वारा विश्वास की बुनियाद पर टिके रिश्ते को तार -तार किया जाना निंदनीय कृत्य है ।किसी पेड़ का मीठा फल उसके बीज की गुणवत्ता का प्रतिमान होता है, प्रेम के बीज से ही स्नेहिल रिश्ते अंकुरित होते हैं । किसी का अकारण विरोध मेरा उद्देश्य नही है लेकिन अपनी जन्मभूमि और नगर के अपने स्वजनों  के साथ  किये जा रहे दग़ा को कैसे सहें? विश्वास की प्रतिमा अब खंडित हो चुकी है इसलिए  सर झुकाकर, विनीत भाव से विप्लवी आचरण को सहन नही किया जा सकता बल्कि एक नयी और निर्विकार सोच को साकार रूप देने के लिए जनमानस सज्ज रहना होगा ।अब आवरण का नही आचरण का सम्मान होना चाहिए ।

यह कहने में अब कोई गुरेज़ नही है कि -

 राजनीति की विसात पर,

 अपनत्व को कर दफ़न ।

 सर -ए ताज की चाहत,

 डलहौजी बन कर रह  गए ।।

#नगरपालिकापरिषदचुनाव_अनूपपुर



Popular posts
अनूपपुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पं भगवती शुक्ला ने ली अंतिम सांस नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम श्रद्धांजलि
Image
पूर्वजों को जानने का अधिकार कानून बनाने तथा हिंदुत्व पर अमरकंटक के साधु-संतों ने सरसंघचालक से किया नर्मदांचल सुमंगल संवाद
Image
नही रहे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री के एस मूर्ति
Image
चिकित्सा उपकरण खरीदी में धांधली में ई ओ डबल्यू ने दर्ज की एफ. आई. आर.
Image
सरसंघचालक के विचार का वैज्ञानिक प्रमाणन के लिए अमरकंटक केन्द्रीय विवि से जारी पीएचडी शोध पर होगा अंतर्राष्ट्रीय मंथन
Image