अनुपपुर,जमुना बदरा। अनूपपुर जिले के कोयलांचल क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार संतोष चौरसिया को 17 अप्रैल को ठेकेदार प्रकाश चंद्र मिश्रा के द्वारा फोन लगाकर गाली गलौच और धमकी देने के बाद जिले के कोयलांचल क्षेत्र व जनप्रतिनिधियों ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर किया है।
हरिद्वार सिंह महामंत्री एटक एसईसीएल ने धमकी देने पर कहा है कि संतोष चौरसिया जिले के प्रखर एवं जिम्मेदार पत्रकार हैं श्री जनता के ज्वलंत सवालों को निर्भय होकर उठाते रहते हैं ऐसी स्थिति में आम जनता की मांग पर हरद ग्राम पंचायत में नल जल योजना मैं गड़बड़ी की शिकायत उन्होंने उठाई थी और एक तरफ से पत्रकारिता के धर्म का निर्वहन किया था ऐसी स्थिति में किसी ठेकेदार के द्वारा जान से मारने की धमकी देना अनुचित है उन्होंने प्रशासन से कार्यवाही की मांग की गई है निश्चित रूप से प्रशासन को गुण और दोष के आधार पर कार्यवाही करनी चाहिए ताकि संतोष चौरसिया जैसे पत्रकार की रक्षा हो सके और समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।
त्रिवेणी शंकर तिवारी एडवोकेट नगर अध्यक्ष कोतमा राष्ट्रीय सयुंक्त अधिवक्ता मंच ने भी उठाई आवाज़ कहा की क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार चौरसिया जी के द्वारा हरद नल जल योजना के संबंध में जो समाचार पत्रों में भ्रष्टाचार करने से संबंधित समाचार का प्रकाशन किया गया था जिससे क्षुब्ध होकर ठेकेदार द्वारा उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी एवं देख लेने की बात एवं गाली गलौज करने के संबंध में श्री चौरसिया जी द्वारा पुलिस थाना भालूमाडा़ में रिपोर्ट किया गया है इस संबंध में मेरे द्वारा मांग की जाती है कि ऐसे ठेकेदार के विरुद्ध विधि सम्मत कानूनी कार्यवाही तत्काल की जाए एवं उसे दंडित करने की कार्रवाई की जाए जिससे समाज के चौथे स्तंभ पर प्रहार ना कर सके
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता कामरेड विजय सिंह ने निर्भीक निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले वरिष्ठ पत्रकार कोयलांचल टाइम्स के संपादक को नल जल योजना का गुणवत्ता विहीन कार्य कर रहे ठेकेदार द्वारा धमकी दिए जाना पूरी तरह निंदनीय कार्य है और इसकी हम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से घोर निंदा करते हैं और पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि दोषी ठेकेदार पर तत्काल उचित कानूनी कार्यवाही की जाए जिससे कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित रह सके
गौरतलब है कि हरद ग्राम पंचायत में 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी नल जल योजना का लाभ ग्रामीणों को ना मिलने के कारण ग्रामीणों को कथन के अनुसार खबर को प्रकाशित किया गया था जिसमें ठेकेदार द्वारा जान से मारने की धमकी वरिष्ठ पत्रकार को दिया गया था