युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में 45 विभिन्न प्रकार के उद्यमिता पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रारंभ


अनुपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय)  में भारत सरकार के प्रोजेक्ट के अधीनस्थ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 45 विभिन्न प्रकार के उद्यमिता पाठ्यक्रम में प्रवेश दिए जा रहे हैं यह सभी पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति आधारित अति महत्वाकांक्षी एवं महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम है जिसमें युवा केंद्रीय विश्वविद्यालय की डिप्लोमा या सर्टिफिकेट लेने के साथ-साथ वे उद्यमी बनकर निकलेंगे। 

इन पाठ्यक्रम को करने के फायदे इसप्रकार है:- 

1)    पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक करने पर छात्रों को डिप्लोमा या सर्टिफिकेट केंद्रीय विश्वविद्यालय से मिलेगी जिसका उपयोग वे उद्यमिता स्थापित करने तथा अपने कैरियर को स्थापित करने में कर सकेंगे।

2)    अपने उद्यम / उद्योग के लिए डीपीआर बना सकेंगे। 

3)    प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी या नया MSME का पंजीयन करा सकते हैं। 

4)    एक लाख से लेकर दस करोड़ का आर्थिक सहायता FI से लेकर MSME/ कम्पनी खोल सकते है तथा अपना प्रोडक्ट बना सकते है।

5)    औद्योगिक भूमि को अपने कम्पनी के लिए आबँटित कर सकते है।

6)    फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी, फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाईजेशन प्रारम्भ कर सकते है।  इससंबंध में जानकारी देते हुए प्रो विकास सिंह ने बताया की कोर्स को करने के दौरान युवा - लोन लेने की प्रक्रिया, नए उद्योग या उद्यम खोलने की संपूर्ण प्रक्रिया, नई कंपनी को पंजीयन कराने की प्रक्रिया, उद्योग आधार लेने की प्रक्रिया, क्वालिटी लाइसेंस लेने की प्रक्रिया, प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए डीपीआर बनाने की सुविधा, प्रोजेक्ट के लिए ईपीसी की जानकारी सहित तकनीकी जानकारी, मशीनरी से संबंधित जानकारी, कोटेशन से संबंधित जानकारी इत्यादि समस्त व्यवहारिक प्रक्रिया एवं तथ्यों का प्रशिक्षण ले सकेंगे। युवा डिप्लोमा / सर्टिफिकेट करते-करते अपने उद्यम को स्थापित कर सकेंगे।  

प्रो विकास ने आगे बताया की यह भारत में पहली बार भारत सरकार की ओर से शुरू कई अत्याधुनिक कोर्स है इससे छात्र अपने कैरियर को संवार सकते हैं तथा अपने आप को उद्यमी बना सकते हैं इसमें टेक्सटाइल सेक्ट,र फूड प्रोसेसिंग, रबर, प्लास्टिक, लेदर, हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स सहित 45 विभिन्न सेक्टर के छोटे बड़े मध्यम आकार के उद्यम को स्थापित करने का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इन पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना है जो की पूर्णतः निशुल्क है, आपके फॉर्म की स्क्रूटनी “पहले-आओ पहले-पाओ” प्रक्रिया के आधार पर की जाएगी तथा शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी जिसके आधार पर वे प्रवेश ले सकेंगे। कोर्स के दौरान उन्हें प्रक्रिया पूर्ण कर उद्यम स्थापित करने के समस्त व्यवहारिक एवं प्रायोगिक तथ्यों से प्रशिक्षित कर दिया जाएगा।  यह सभी कोर्स ऑनलाइन माध्यम से होने के कारण वे जहां पर हैं वहीं से प्रशिक्षण को प्राप्त कर उद्यमी बन सकते हैं, इन महत्वाकांक्षी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने की अंतिम तिथि 25 जुलाई 2021 है उम्मीदवार 25 जुलाई 2021 तक प्रवेश लेने के लिए अपना ऑनलाइन आवेदन भर सकते हैं। पाठ्यक्रम का उद्देश्य इस क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार एवं अपना स्वयं का उद्यम प्रारंभ करने का अवसर दिलाना है। उद्यमिता शिक्षा आपके द्वार तक पहुंचाने के लिए, सरल माध्यम से उपलब्ध कराने,  आपकी भाषा में आपको उद्यमी बनाने के उद्देश्य से उद्यमिता-आत्मनिर्भर महाअभियान शुरू किया गया है। 


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