बरगवां, अनूपपुर ।बताया जा रहा है कि आगामी दिनों में ग्राम पंचायत बरगवां , नगर परिषद अमलाई में तब्दील हो जायेगा और सीएमओ की नियुक्ति हो जाएगी, इसके लिए प्रशासनिक आदेश दे दिए गए हैं,तथा एसडीएम- तहसीलदार तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ग्राम बरगवां व देवहरा के वार्डों का दौरा कर रही है ।तदुपरांत अमलाई नगर परिषद का गठन हो जाएगा लेकिन ग्राम पंचायत बरगवां के निवासियों का कहना है कि अगर ग्राम पंचायत बरगवां को नगर परिषद बनाया जाता है तो उसका नाम भी नगर परिषद बरगवां ही रखा जाय साथ बीजेपी के ग्रामीण मंडल के मीडिया प्रभारी बृजेंद्र मिश्रा का कहना है कि राजस्व व शासन के रिकॉर्ड में दर्ज नाम बरगवां का अस्तित्व मिटाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है, अमलाई कॉलरी,अमलाई कोई रिकार्डेड व आबादी का नाम नही अपितु भूमिगत खदान,रेलवे स्टेशन, व कागज कारखाना ओपीएम अमलाई है।किंतु ऐतिहासिक दृष्टि से मूल ग्राम बरगवां है।जिससे यँहा के वाशिन्दों का धार्मिक आस्था का स्वरूप बरगवां नाथ हनुमानजी महाराज का ख्यातिप्राप्त पुरातन मंदिर, कल कल का राग व गीत गाती बरगवां सोन नदी लोगों के धर्म व आस्था का एक मात्र प्रतीक हैं।अगर बरगवां ग्राम के नाम से नगर परिषद नही बनाया गया तो बरगवां के अस्तित्व को मिटाने का सडयंत्र है।और अगर किसी ने भी यह प्रयास किया तो उग्र आंदोलन व मैं स्वयं बृजेन्द्र मिश्रा अपने परम आराध्य देव पवन पुत्र बरगवां नाथ महाराज हनुमानजी की चरणों की सपथ लेता हूँ कि जब तक जीवन रहेगा बरगवां के अस्तित्व की लड़ाई लडता रहूँगा।अन्यथा शासन प्रशासन से अनुरोध है कि संवैधानिक व्यवस्था के अनुरूप बरगवां व देवहरा ग्राम पंचायतों को जोडकर ही नगर परिषद बनाया जा सकता है।किंतु भौगोलिक परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए बरगवां को नगर परिषद बनाये जाने की माँग की गई थी और इसे दृष्टिकोण में बरगवां नगर परिषद बनाया जाए।
नगर पंचायत बनने पर, अगर ग्राम पंचायत बरगवां के मूल नाम के बदलाव किया गया तो होगा आंदोलन:बृजेन्द्र मिश्रा